राजस्थान में कोटा, बूंदी और बारां जिले में खेतों में आग लगने की घटनाएं बढ़ गई हैं। दो दिनों में ही कई जगह आग लगने से किसानों को भारी नुकसान हुआ है। इससे किसान सदमे में हैं।

Kisan Post| राजस्थान के हाड़ौती अंचल में धुलंडी और मंगलवार को कोटा, बूंदी और बारां जिले में विभिन्न जगहों पर लगी आग में लाखों रुपए की फसल खाक हो गई। कई जगह खुद किसानों की लापरवाही से आग लगी तो कुछ जगह दूसरों की लापरवाही से फसल तबाह हो गई। तापमान बढऩे के साथ ही हाड़ौती में आग की घटनाएं तेजी से बढ़ी है। खेतों में झूल रहे तारों में स्पार्किंग और नोलाइयों में आग लगाने के चलते आगजनी की घटनाएं सामने आ रही हैं। मंगलवार को कोटा जिले के सुरेला गांव में हुई। यहां अज्ञात कारणों से खेत में खड़ी गेहूं की फसल में आग लग गई। आग कुछ देर में विकराल हो गई और आसपास के क्षेत्र में फैल गई। आग की लपटें देखकर आसपास के किसान बुझाने को दौड़े। वहां से गुजर रहे लोगों ने इसकी सूचना प्रशासन को दी। जहां दमकल आने से पहले ही किसानों ने अपने स्तर से आग बुझाने का प्रयास किया। किसी ने धूल से तो किसी ने पानी डालकर कर आग बुझाने का प्रयास किया। करीब 1 घंटे बाद दमकल पहुचंती तब तक 2 बीघा गेहूं की फसल और करीबन 50 बीघा की नोलाइयां जलकर राख हो गई। पीडि़त किसान रामेश्वर और हंसराज मीणा ने बताया कि वे फसल काटने की तैयारी कर रहे थे कि अचानक आग लग गई। आग लगने के कारणों का कोई पता नहीं चल पाया है। आग से उनकी मेहनत की बोई फसल बर्बाद हो गई। वहीं अयाना क्षेत्र में चांदा गांव के पास भी गेहूं के खेते आग लगने से काफी नुकसान हुआ। बरां जिले के गोडिय़ाचारण गांव में भूसा बनाते समय भूसा ट्रोली में आग लग गई। जिसकी चपेट में आने से भूसे से भरी ट्रॉली के अलावा 4 बीघा का चारा जल गया। गनीमत रही ट्रैक्टर को समय रहते हटा लिया गया। सरपंच प्रियंका मीणा ने बताया कि ग्राम गोडिय़ाचारण में बृजमोहन मीणा के खेत में फसल कटने के बाद भूसा बनाया जा रहा। तभी अचानक निकली चिंगारी ने ट्रॉली एवं खेत के चारे ने आग पकड़ ली। आग बुझाने के लिए मोतीपुरा थर्मल की फायर ब्रिगेड को सूचना दी गई। उसके पहले ग्रामीणों ने भूसा ट्रोली एवं खेत में आग बुझाने का भी प्रयास किया। फायर ब्रिगेड आने के पहले ग्रामीणों ने आग पर काबू पा लिया।
बूंदी जिले के देईखेड़ा थाना क्षेत्र के लबान और कोटा खुर्द के बीच सोमवार शाम को खेतों कि चारे में आग लग गई। आग जलती हुई गेहूं कि फसल के खेतों के नजदीक जा पहुचीं। सरपंच सुनील मीणा ने पुलिस व दमकल को सूचना दी और पास में ही चल रहे भारतमाता प्रोजेक्ट के टेंकर व कटर मशीन मंगवाकर आग पर काबू पाने का प्रयास शुरू किया। कुछ देर बाद लाखेरी से पहुंची और कापरेन से आई दमकलों ने भी पहुंचकर आग पर काबू पाने का प्रयास शुरू किया। करीब तीन घंटे में जाकर आग पर काबू पाया गया।
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